सदा बहार ईको क्लब के छात्र
छात्राओं ने जैव विवधिता संरक्षण पर आधारित , सब्जिओं, बीजों ,जीवो
,फूलों के अध्ययनके लिए एक दिवसीय भ्रमण किया ,प्रातः कल प्रधानचार्य
श्री सुशील शर्मा जी ने बच्चों को अपना सुबह आशीर्वाद दे कर बच्चों को
रवाना किया , ईको क्लब प्रभारी श्री मति निशा राणा कि अध्यक्षता प्रवक्ता
राजेश नन्दा. प्रवक्ता भारत कश्यप द्वारा छात्र छात्राओं को भारतीय कृषि
अनुसन्धान केंद्र नग्गर फार्म ले जाया गया जहाँ पर फार्म के इंचार्ज
श्री शेर सिंह ने बच्चों को सब्जियों के उत्पादन व बीजों को तैयार
करने प्रक्रिया , परागण कैसे किया जाता है इत्यादि कि विस्तृत
जानकारी दी , श्री शेर सिंह जी ने बच्चों के लिए जलपान कभी आयोजन भी किए
बच्चों को ईतिहासिक नग्गर केसल , व रोरिक आर्ट गैलेरी भी ले जाया गया
जहाँ पर बच्चों ने कला संबंधी जानकारी हासिल की
इश्के पश्चात आखिर मे बजौरा स्थित कृषि अनुसन्धान केंद्र मे डॉ. परमार ,
व डॉ, गुलेरिआ जी से बच्चों ने कृषि की वैज्ञानिक विधियों की जानकारी
हासिल की
जल बिधुत कि जानकारी के लिए बच्चों को लारजी परियोजना भी ले जाया गया
,जहाँ पर बच्चों की जल बिधुत के दोहन की प्रक्रिया को नजदीक से जाना
इस के इलावा बच्चों को काईस स्थित बोध मंदिर, और हणोगी मंदिर भी ले जाया गया
छात्राओं ने जैव विवधिता संरक्षण पर आधारित , सब्जिओं, बीजों ,जीवो
,फूलों के अध्ययनके लिए एक दिवसीय भ्रमण किया ,प्रातः कल प्रधानचार्य
श्री सुशील शर्मा जी ने बच्चों को अपना सुबह आशीर्वाद दे कर बच्चों को
रवाना किया , ईको क्लब प्रभारी श्री मति निशा राणा कि अध्यक्षता प्रवक्ता
राजेश नन्दा. प्रवक्ता भारत कश्यप द्वारा छात्र छात्राओं को भारतीय कृषि
अनुसन्धान केंद्र नग्गर फार्म ले जाया गया जहाँ पर फार्म के इंचार्ज
श्री शेर सिंह ने बच्चों को सब्जियों के उत्पादन व बीजों को तैयार
करने प्रक्रिया , परागण कैसे किया जाता है इत्यादि कि विस्तृत
जानकारी दी , श्री शेर सिंह जी ने बच्चों के लिए जलपान कभी आयोजन भी किए
बच्चों को ईतिहासिक नग्गर केसल , व रोरिक आर्ट गैलेरी भी ले जाया गया
जहाँ पर बच्चों ने कला संबंधी जानकारी हासिल की
इश्के पश्चात आखिर मे बजौरा स्थित कृषि अनुसन्धान केंद्र मे डॉ. परमार ,
व डॉ, गुलेरिआ जी से बच्चों ने कृषि की वैज्ञानिक विधियों की जानकारी
हासिल की
जल बिधुत कि जानकारी के लिए बच्चों को लारजी परियोजना भी ले जाया गया
,जहाँ पर बच्चों की जल बिधुत के दोहन की प्रक्रिया को नजदीक से जाना
इस के इलावा बच्चों को काईस स्थित बोध मंदिर, और हणोगी मंदिर भी ले जाया गया